बिशप वेस्टकॉट बॉयज़ स्कूल
अन्य नाम | बीडब्ल्यूबीएस, नामकुम |
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ध्येय | नॉन नैस्कोर मिही सोलम "अकेले अपने लिए मत जियो" |
प्रकार | निजी विद्यालय |
स्थापित | 1927 |
संस्थापक | फॉस वेस्टकॉट |
संबद्ध | सीआईएससीई |
प्रधानाचार्य | श्री जे जे एडविन |
शैक्षिक कर्मचारी | 150+ |
छात्र | 1800+ |
स्थान | रांची, झारखंड, भारत 23°21′02″N 85°22′51″E / 23.35056°N 85.38083°Eनिर्देशांक: 23°21′02″N 85°22′51″E / 23.35056°N 85.38083°E |
रंग | गहरा नीला और पीला |
जालस्थल | bishopwestcottboysschool |
बिशप वेस्टकॉट बॉयज़ स्कूल (अंग्रेज़ी: Bishop Westcott Boys' School) (बीडब्ल्यूबीएस)[1] पूर्वी भारत में लड़कों का एक स्कूल है। यह विभिन्न सह-पाठ्यचर्या संबंधी गतिविधियों के माध्यम से छात्रों के सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। यह स्कूल नामकुम ब्लॉक में सुवर्णरेखा नदी के तट पर स्थित है। यह झारखंड की राजधानी रांची से 12 कि॰मी॰ (7.5 मील) दूरी पर स्थित है। विद्यालय का संचालन छोटानागपुर सूबा सोसायटी नामक एक प्रबंध समिति द्वारा किया जाता है, इसका गठन शिक्षकों और सम्बंधित नागरिकों से बनी एक शासी निकाय द्वारा किया जाता है। विद्यालय के वर्तमान प्राचर्य जोएल जोनाथन एडविन हैं,[2] जो इससे पहले पुणे के बिशप स्कूल के पूर्व प्राचार्य थे। पूर्व प्राचार्य आर॰ आई॰ थॉर्नटन विद्यालय में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले प्राचार्य रहे। उन्होंने संस्थान को 49 साल समर्पित किए थे।
इतिहास
[संपादित करें]विद्यालय की स्थापना 24 फरवरी 1927 को फॉस वेस्टकॉट ने की। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान स्कूल की इमारत एक अस्थायी अस्पताल के रूप में काम करती थी। यह पूर्वी भारत के सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है। विद्यालय का मुख्य भवन अंग्रेज़ी अक्षर सी (C) के आकार में बना हुआ है। विद्यालय में 800 से अधिक क्षमता का एक छात्रावास भवन भी है।
सन्दर्भ
[संपादित करें]- ↑ "BWBS | Bishop Westcott Boys School | Namkum | Ranchi | Jharkhand | India". bishopwestcottboysschool.com. अभिगमन तिथि 2018-08-03.
- ↑ "Bishop Westcott Boys' School gets new principal". टाइम्स ऑफ इंडिया. अभिगमन तिथि 4 फरवरी 2024.